*कवर्धा से बिलासपुर मार्ग पर 25किमी की दूरी पर नगर पंचायत पांडातराई स्थित है।यहां शैव शाक्त वैष्णव हिंदू मतावलंबियों के साथ ही इस्लाम के मानने वाले भी हैं।पांडातराई या पंडातलाई,पाड़ातराई नाम से पुकारा जाने वाली जगह अनेकों मामले में खास है।
आज हम प्राचीन शिव मंदिर के विषय में जानेंगे।कबीरधाम जिले में पांडातराई सनातन हिंदू धर्म का एक पावन स्थल है,यहां के निवासी धर्मनिष्ठ सनातनी स्वभाव से ही हिंदू धर्म से संस्कारित हैं।यहां की धार्मिक भावना को देखते हुए बहुत पहले कोई कोई लोग इसे काशी की संज्ञा देते थे।यहां बस्ती के मध्य में एक प्राचीन शिव मंदिर अवस्थित है।*
हमारे मित्र और यहां के पुजारीपं.रमेश कुमार तिवारी ने इस मंदिर के विषय में सांगोपांग जानकारी दी।उन्होंने बताया कि पहले उनके पूज्य पिता पंडित श्री व्यास तिवारी जी शिवमन्दिर में पूजा अर्चना करते थे।इस मंदिर की प्राचीनता के विषय में बात करें तो रमेश तिवारी जी ने एक जगह फर्श पर राज मिस्त्री द्वारा अंकित काल अनुसार पुजारी जी ने संवत 1910(सन 1853) अर्थात 173 वर्ष प्राचीन बताया।इसके निर्माता का नाम एक पट्टिका में अंकित है जिसके अनुसार ग्राम की धर्मनिष्ठ महिला श्रीमती कचरा बाई बानी(गुप्ता) सर्वराकार श्री संतराम साव पत्नि श्रीमती मंगतीन बाई बानी द्वारा जनकल्याण हेतु इस मंदिर का निर्माण कराया गया था।वैसे भी पौराणिक काल से ही वैश्य बानी (गुप्ता) समाज धार्मिक विचारों से ओतप्रोत माने जाते हैं।
मंदिर का बाह्य आवरण=पूर्वाभिमुख इस भव्य शिव मंदिर में दो गुम्बद हैं।मंदिर के प्रवेश द्वार के दाहिनी ओर उत्तर में दक्षिणाभिमुख हनुमान जी का मंदिर है जिसके पास प्राचीन कुंआ है।शिव मंदिर के गर्भगृह के प्रवेशद्वार की द्वार शाखा पर दोनों ओर दशावतार की 8 प्रतिमाएं अंकित हैं।दाहिनी ओर मत्स्यावतार,कच्छप(कुर्म) अवतार, रामावतार,कृष्णावतार,केशी मर्दन,गजेंद्रमोक्ष प्रतिमा निर्मित है। बांयी ओर वराह अवतार, नरसिंह अवतार,वामन अवतार,परशुराम तथा सूर्य, चंद्र,बहुला गाय,सिंह वाहिनी देवी,समुद्र मंथन का दृश्य आदि निर्मित हैं।
दिव्य गर्भगृह = इस मंदिर का गर्भ गृह दिव्य एवम् भव्य है।गर्भ गृह के मध्य में आकर्षक शिवलिंग, अलंकृत नंदी,नाग नागिन का जोड़ा, गणेश जी,भैरव तथा दीवाल पर जगत जननी देवी विराजमान हैं।गर्भगृह में असीम शांति का अनुभव होता है।
शिव मंदिर परश्रद्धालुओं काअटूट विश्वास है तथाश्रावण माह एवं महाशिवरात्रि में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है।इस शिव मंदिर के दिव्य शिवलिंग भक्तों की मनोकामना एक सौ तिहत्तर वर्षों से पूर्ण करते आ रहे हैं।
हर हर महादेव