पंडरिया के विधायक दल बोहरा द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए संचालित लक्ष्य मुफ्त कोचिंग में आज उन्होंने छात्र-छात्राओं से मुलाकात कर उन्हें दीक्षा दी। इस दौरान भावना बोहरा ने बच्चों के साथ अपने छात्रों के साथ जीवन के अनुभव साझा कर उनके मार्गदर्शन के साथ ही कोचिंग में पढ़ाई और पढ़ाई के संबंध में भी चर्चा कर मन पढ़ाई करने की बात कही।
विदित हो कि पंडरिया के विधायक भावना बोहरा विधानसभा क्षेत्र के ऐसे युवा हैं जो पर्वतीय मंदिरों की तैयारी करना चाहते हैं, लेकिन पोषक तत्वों की कमी और परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से वह पीछे रह गए हैं और उनके लिए सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। पंडरिया में उनके द्वारा संचालित लक्ष्य नि: कोचिंग सेंटर में आईआईटी-जेईई, एनईईटी और सीजीपीएससी की तरह 220 से अधिक छात्रों-छात्रों को मुफ्त कोचिंग की सुविधा मिल रही है।
इस अवसर पर पंडरिया के नेता भावना बोहरा ने सभी बच्चों को रिजवी भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि लक्ष्य नि: प्रतिभावान कोचिंग सेंटर की स्थापना का हमारा मुख्य उद्देश्य प्रतिभावान छात्र हैं जो आर्थिक रूप से संचालित हैं और शैक्षिक प्रशिक्षण की कमी से जूझ रहे हैं। इन युवाओं के ऊपर ही हमारे देश व प्रदेश के आभूषणों की नींव टिकी हुई है इसलिए उन्हें बेहतर शिक्षा मिल सके इसके लिए हम सभी को संयुक्त प्रयास की आवश्यकता है। पूरक की कमी की वजह से कोई भी बच्चा शिक्षा ग्रहण करने से शुरू नहीं कर रहा है इसके लिए हम निरंतर प्रयास कर रहे हैं और आगे भी हमारा प्रयास जारी रहेगा। हमें खुशी है कि आज लगभग 200 से अधिक बच्चों को हमारे इस प्रयास से लाभ मिल रहा है, कहीं न कहीं उनके परिवार को भी आर्थिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाया जा रहा है।
भावना बोहरा ने आगे कहा कि हमारा लक्ष्य है कि हमारे पंडरिया विधानसभा क्षेत्र का कोई भी युवा शिक्षा क्षेत्र में पीछे न रहे। उन्हें बेहतर शिक्षा और सुविधा मिल सके और घाटी के पर्यटन की तैयारी के साधन और संसाधन की कमी हो सके, उन्हें अपने सपने को पूरा करने में कोई बाधा न बन सके, इसके लिए हम संकल्पित हैं। हमारे बच्चों को बेहतर शिक्षा, मार्गदर्शन और एक मंच देना चाहते हैं जिसके माध्यम से वे सही राह पर चल रहे सामान, विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल कर अपने समाज, माता-पिता, क्षेत्र और हम सभी का नाम रोशन कर सकें। आपके लिए एक बेहतर भविष्य, सुनिश्चितता और आर्थिक एवं प्रशासनिक अभावों के पीछे कोई विकल्प नहीं है।