*पांडातराई क्षेत्र में स्टेडियम या समुचित खेल मैदान की अनुपलब्धता से स्थानीय युवाओं को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। विशेष रूप से वे युवा जो सेना, पुलिस या अन्य सुरक्षा बलों की भर्ती की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें अभ्यास के लिए उचित स्थान नहीं मिल पा रहा है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि खेल मैदान न होने के कारण न केवल खेल गतिविधियाँ प्रभावित हो रही हैं, बल्कि क्षेत्र के युवा शारीरिक प्रशिक्षण के लिए भी जगह-जगह भटकने को मजबूर हैं। “हम रोज़ सुबह दौड़ने और अभ्यास के लिए निकलते हैं, लेकिन कहीं भी समुचित मैदान नहीं है। खाली ज़मीनों पर अभ्यास करना पड़ता है, जो धीरे धीरे बेजा कब्जा होते जा रहा है,” एक स्थानीय युवा ने बताया।
क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से कई बार मांग की है कि पांडातराई में एक स्थायी स्टेडियम या खेल परिसर की स्थापना की जाए, जिससे युवाओं को खेल और भर्ती की तैयारी के लिए उचित वातावरण मिल सके। वहीं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लेने की बात कही है।
यदि जल्द ही कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया, तो खेल प्रतिभाओं को निखारने की संभावनाएं धूमिल हो सकती हैं और क्षेत्र के युवाओं को अन्यत्र पलायन के लिए मजबूर होना पड़ सकता है।*