सम्पन्न अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी स्वदेशानंद ब्रह्म गिरि महाराज के द्वारा देश और विदेशों में भ्रमण कर सभी सनातनियों को एक मंच पर लाने का आव्हान कर भारत और नेपाल को हिन्दू राष्ट्र बनाने की मांग की जा रही है। इसी तारतम्य में महाराष्ट्र के पुणे में अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच के प्रदेश अध्यक्ष यमराज खरात के नेतृत्व में तथा नरेंद्र मोदी विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं आर.एस.एस.के पूर्व राष्ट्रीय प्रचारक रवि चाणक्य के मुख्य आतिथ्य में एवं अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी स्वदेशानन्द ब्रह्म गिरि महाराज की अध्यक्षता में एवं अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच नरेंद्र मोदी विचार मंच के वरिष्ठ पदाधिकारियों की गरिमामय उपस्थिति में साहित्यकार लोकशाहीर अन्ना भाऊ साठे जी के जन्म दिवस के अवसर पर विशाल सन्त समागम का आयोजन किया गया जिसमें नेपाल भूटान, इंडोनेशिया एवं भारत के हरेक प्रांतों के साधु – सन्तों उपस्थित रहे। सर्व प्रथम अतिथियों के द्वारा शहर के चौक में अपने पदाधिकारियों के साथ रेली के रूप में पहुंच कर स्थापित छत्रपति शिवा जी महाराज, परम् पूज्य बाबा साहेब आंबेडकर एवं लोकशाहीर अन्ना भाऊ साठे जी की मूर्ति पर माल्या अर्पण कर पूजा अर्चना की गई। कार्यक्रम हॉल में भारत माता एवं महापुरुषों के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर राष्ट्र गान किया गया। उपस्थित सभी अतिथियों का स्थानीय पदाधिकारियों के द्वारा गले में ग़मछा और सम्मान पत्र देकर स्वागत सत्कार किया गया। सन्त समागम कार्यक्रम में मुख्य अतिथि तथा नरेंद्र मोदी विचार मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवि चाणक्य ने अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच के नेतृत्वकर्ता एवं अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी स्वदेशानंद ब्रह्म गिरि महाराज की प्रशंसा करते हुवे कहा कि इतने कम समय में इतना बड़ा संगठन तैयार करना सिर्फ स्वामी स्वदेशानन्द ब्रह्म गिरि महाराज ही कर सकते हैं। आज अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच का संगठन सिर्फ भारत में ही नहीं नेपाल, भूटान इंडोनेशिया आदि देशों में भी काम कर रहा है। श्री चाणक्य ने कहा कि पुणे का ये सन्त समागम सम्मेलन बहुत सफल कार्यक्रम रहा है। जिसके लिए महाराष्ट्र के प्रदेश अध्यक्ष यमराज खरात बधाई के पात्र हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष एवं अंतर्राष्ट्रीय सन्त बौद्धिक मंच के अंतर्राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी स्वदेशानन्द ब्रह्म गिरि महाराज ने कहा कि महाराष्ट्र वीरों की भूमि है। इस भूमि में एक से बढ़कर एक वीरों ने जन्म लिया है। आपने सभी महापुरुषों और स्तंत्रता सेनानियों की जीवनी पर प्रकाश डालते हुवे कहा कि आज महान लोकशाहीर अन्ना भाऊ साठे जी का जन्म दिवस पर सभी महाराष्ट्र वासियों को बहुत बहुत शुभकामनाएं देता हूं। स्वामी स्वदेशानंद ब्रह्म गिरि ने कहा कि हम पूरे देश और विदेशों में भ्रमण कर सभी सनातनियों को एक मंच पर लाकर भारत और नेपाल को हिन्दू राष्ट्र बनाना चाहते हैं। हम भारत की संसद में सन्तों को भेजकर “सन्त संसद” की स्थापना करना चाहते हैं। जिससे अच्छे सन्त चुनाव जीत कर देश की संसद तक पहुंचे और राष्ट्र का विकाश करें। आपने शिक्षा, समाज, धर्म और आज की राजनीति के बारे में विस्तार से समझाते कहा कि एक समय भारत अखण्ड भारत हुआ करता था। और भारत में सनातनी ही निवास किया करते थे। भारत सनातनियों, साधु- संतों , ऋषि मुनियों का ही देश था, और सनातनियों का ही रहेगा। स्वामी जी ने कहा कि “हिन्दू राष्ट्र हर सनातनियों का जन्म सिद्ध अधिकार है” आपने कहा हम भारत और नेपाल को हिन्दू राष्ट्र बनाकर अखण्ड भारत का निर्माण करेगें। सन्त समागम को महन्त देवगिरि महाराज, श्री श्री 1008 श्री शक्ति महाराज, प्रदेश अध्यक्ष यमराज खरात, राजकुमार शर्मा, अमरनाथ सोनी, सुनील घोड़ेकर , युवा शाखा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुण शुक्ला,श्री श्री 1008 श्री सोमनाथ महाराज, गुजरात प्रदेश अध्यक्ष शेयर भाई देशाई, ब्रजेश पाण्डे , गुजरात प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश पंड्या, बिहार प्रदेश अध्यक्ष राजेश रंजन मिश्रा, डॉ.अरुण भारद्वाज, धर्मेन्द्र गोस्वामी एवं अन्य वक्ताओं ने संबोधित किया। कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित रहे।